आज के इस लेख में हम आपके साथ lipi kise kahate hain के बारे में जानकारी शेयर करने जा रहे है तो यदि आप इससे जुड़ी जानकारी की तलाश कर रहे थे तो आप सही जगह आये हो।
जैसा कि आप सभी लोग यह बात जानते है कि हम हिंदी भाषा की बात कर रहे है। इन दिनों बहुत से लोग ऐसे है जो अंग्रेजी माध्यम में पढ़ रहे है और इसी कारण उन्हें हिंदी भाषा के बारे में ज्यादा जानकारी नही रहती है।
और कुछ लोग ऐसे भी होते है जो हिंदी भाषा की पढ़ाई कर रहे होते है और उन्हें भी इसके बारे में पूरी जानकारी नही होती कि आखिर लिपि क्या होती है या देवनागरी लिपि किसे कहते है।
यदि आपको भी नही पता कि लिपि की परिभाषा क्या है, तो अब आपको चिंता करने की जरूरत नही है। क्योंकि आज का यह लेख पूरा पढ़ने के बाद आपको लिपि के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो जाएगी।
और साथ मे ही हम आपको यह भी बताएंगे कि लिपि के प्रकार क्या है। जी हां लिपि के भी कुछ प्रकार होते है जो की बहुत से लोगो को यह बात पता ही नही रहती है।
लिपि क्या होती है ?
आपके मन मे कई बार यह सवाल आता होगा कि लिपि क्या होती है तो इस सवाल का जवाब भी आपको इसी सवाल में मिल जाएगा।
जैसा कि इसके नाम मे ही लिपि ऐसा लिखा हुआ है इसका सीधा सा मतलब लिखने वाली बात है तो किसी भी भाषा को लिखने के लिए जो लिखावट करते है उसे ही लिपि कहते है या फिर आप लिखने के ढंग को भी लिपि कह सकते है।
कई बार आप किसी आवाज को सुनते है या फिर देखते है तो बाद मे आपको उसे लिखने की भी जरूरत पड़ती है, इसे भी आप लिपि बोल सकते है।
आवाज एक ऐसी ध्वनि है जो केवल सुनी या सुनाई जा सकती है परंतु जब तक हम उसे कई पर लिखते नही है तब तक कोई उसे पढ़ नही सकता है तो उन सभी ध्वनियों के आवाज को लिपि के जरिये ही लिखित किया जाता है।
लिपि के कितने प्रकार है ?
लिपि के मुख्य तीन प्रकार है और उसमे से सबसे पहले चित्र लिपि दूसरी अल्फाबेटिक लिपि और तीसरी अल्फासिलेबिक लिपि यह है।
तो चलिए अब नीचे सभी लिपि के बारे में विस्तार से जानकारी जानते है।
चित्र लिपि
जैसा कि इस लिपि के नाम से ही हमे पता चलता है कि इसमें चित्र आते है। तो चित्र लिपि में हमे चित्र के सहारे अपने विचारों को प्रस्तुत करना होता है। और इस लिपि की खास बात यह है कि इसमें भी तीन प्रकार आते है जैसे कि –
- चीनी लिपि: चीनी
- प्राचीन मिस्त्री लिपी: प्राचीन मिस्त्री
- कांजी लिपि: जापानी
यह तो थी चित्र लिपि की बात, चलिए अब हम आपको अगले लिपि के बारे में जानते है।
2. अल्फाबेटिक लिपि
अल्फाबेटिक लिपि भी एक काफी आसान लिपि है, और इसमे व्यंजन की बाद स्वर अपने पूरे अक्षर का रूप लिए आते हैं। तो अब आप जान चुके है कि अल्फाबेटिक लिपि किसे कहते है। इस लिपि में भी कुछ प्रकार आते है जो हम आपको नीचे बताने जा रहे है।
- इब्रानी लिपि: इब्रानी
- रोमन लिपि: पश्चिम यूरोप की सारी भाषाएं और अंग्रेजी, फ्रेंच, जर्मन
- सिरिलिक लिपि: सोवियत संघ की सारी भाषाएं, रूसी
- यूनानी लिपि: गणित के चिन्ह और यूनानी भाषा
- अरबी लिपि: अरबी, कश्मीरी, उर्दू, फ़ारसी
यह तो थी अल्फाबेटिक लिपि की बात, चलिए अब हम अगले लिपि के बारे में जानते है जो कि है अल्फासिलेबिक लिपि।
3. अल्फासिलेबिक लिपि
आपको इस लिपि के नाम पर जाना नही है क्योंकि जितना कठिन इसका नाम है उतना ही इसे आप आसानी से समझ सकते है यह भी काफी आसान लिपि है।
अल्फासिलेबिक लिपि के अक्षरों में एक से ज्यादा व्यंजन होते है और इसपर स्वर की मात्रा लगाई जाती है। अगर अल्फासिलेबिक लिपि के अक्षरों में व्यंजन ना हो तो स्वर की पूरी मात्रा ही लगाई दी जाती है।
अब आप समझ गए होंगे कि अल्फासिलेबिक लिपि क्या होती है। इस लिपि के भी कुछ मुख्य प्रकार है जो हम आपको नीचे बता रहे है।
- गुजराती लिपि: गुजराती
- बंगाली लिपि: बंगला
- तमिल लिपि: तमिल
- देवनागरी लिपि: नेपाली, संस्कृत, मराठी
- ब्राह्मी लिपि: पहले के समय मे संस्कृत और पाली
- गुरुमुखी लिपि: पंजाबी
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Conclusion
इस लेख में हमने लिपि क्या होती है और लिपि के मुख्य प्रकार क्या है इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी है। हम आशा करते है कि आज का यह लेख आपको पसंद आया होगा।
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Thank your for sharing such really nice information sir